[Swanand kirkire-Pinjra ] D---A----D----, D-----Bm---D, Em----A--------, A—Bm--D सब पर तेरी साहेबी , तुझ पर साहिब नाई निराकार निर्गुण तूही, और सकल भरमाई D---------------A---------, Bm----------A, D---------------A---------, Bm----------A, होय अमार कंखेर कोलोशी गेचे जोले ते भाषी होए अमार कंखेर कोलोशी गेचे जोले ते भाषी A------------------------------D--, A------------Em------------D माझी रे तोर नव कर ढेवला गिया रे, माझी रे तोर नव कर ढेवला गिया ----D-----------F#m-------Bm------D / ----D-----------F#m-------Bm------D हे पांच तत्व का बना पिंजड़ा , पिंजड़े में मैना / पांच लुटेरे घात लगाये घबडाये मैना ----[2] D--------G--------------Em--------A---------------- बजा ले अनहद शून्य के सन्नाटे में धड़कन की तिर्ताल D--------G--------------Em--------A---------------- सिमरले साहेबजी का नाम के दुनिया माया का जंजाल D------------A-----------D, D------------A-----------D, साहिब मेरा इक रखवाला रे साहिब मेरा दीन दयाला रे D------------A-----------D, D------------A-----------D, साहिब मेरे तन पे दुशाला रे साहिब मेरे तन में उजाला रे ----D-----------F#m-------Bm------D / ----D-----------F#m-------Bm------D हे पांच तत्व का बना पिंजड़ा , पिंजड़े में मैना / पांच लुटेरे घात लगाये घबडाये मैना ----[2] D--------G--------------Em--------A---------------- बजा ले अनहद शून्य के सन्नाटे में धड़कन की तिर्ताल D--------G--------------Em--------A---------------- सिमरले साहेबजी का नाम के दुनिया माया का जंजाल D------------A-----------D, D------------A-----------D, साहिब मेरा इक रखवाला रे साहिब मेरा दीन दयाला रे D------------A-----------D, D------------A-----------D, साहिब मेरे तन पे दुशाला रे साहिब मेरे तन में उजाला रे Anthara…1.. D--------------------------Bm--------G—A---- साहिब तेरे घट भीतर ही धूनी रमाये बैठा साधू D--------------------------Bm-------G—A--- साहिब तेरा अंतर्मन मा रूपरंग निर्गुणिया साधू -------------Gm---------------------------Cm-------- साहिब नहीं तातपात ना बंधू सखा सखी सैयां साधू -------------Gm---------------------------Cm-------- साहिब नहीं जातपात ना धर्म काज कीर्तनिया साधू , ---------------Bm--------D----Bm-----------------D-------- साहिब मेरा निर्मल जल जैसा साहिब मेरा बहती पवन जैसा ---------------Em--------D----Em-----------------D-------- साहिब मेरा नील गगन जैसा साहिब मेरा भोला मन जैसा --D---------------------Bm-----------G-------------A उस पे क्यूँ झूठ फरेब का मॉस चढ़ाये रंग रंग की खाल --D---------------------Bm-----------G-------------A और फिर मोह्माया के मेले में जा नाच विकट कंकाल D------------A-----------D, D------------A-----------D, साहिब मेरा इक रखवाला रे साहिब मेरा दीन दयाला रे D------------A-----------D, D------------A-----------D, साहिब मेरे तन पे दुशाला रे साहिब मेरे तन में उजाला रे Anthara…2…. D--------------------------Bm--------G—A---- साहिब कोई सुर ना ताल बस नाद नाद अनहदिया साधू D--------------------------Bm--------G—A---- साहिब तो है प्रेम पटीका का ब्योपारी कनपटिया साधू -------------Gm---------------------------Cm-------- साहिब मेरी मीरा सूर कबीरा और बुल्लेह-शाह साधो -------------Gm---------------------------Cm-------- साहिब तो है पैगम्बर नानक बुद्धा और ईसा साधो ---------------Bm--------D----Bm-----------------D-------- साहिब मेरा गूंजे अज़ानों में शबद तन खुल जाये तानों में ---------------Em--------D----Em-----------------D-------- साहेब मेरा शून्य सिफ़र जैसा साहिब मेरा जैसा मैं वैसा --D---------------------Bm-----------G-------------A मैना तू पंख पसार के उड़ जा दुनिया भवसागर के पार --D---------------------Bm-----------G-------------A यहाँ पे भूत प्रेम की नगरी है मेरे साहेब की सरकार D------------A-----------D, D------------A-----------D, साहिब मेरा इक रखवाला रे साहिब मेरा दीन दयाला रे D------------A-----------D, D------------A-----------D, साहिब मेरे तन पे दुशाला रे साहिब मेरे तन में उजाला रे ----D-----------F#m-------Bm------D / ----D-----------F#m-------Bm------D हे पांच तत्व का बना पिंजड़ा , पिंजड़े में मैना / पांच लुटेरे घात लगाये घबडाये मैना ----[2] D--------G--------------Em--------A---------------- बजा ले अनहद शून्य के सन्नाटे में धड़कन की तिर्ताल D--------G--------------Em--------A---------------- सिमरले साहेबजी का नाम के दुनिया माया का जंजाल D------------A-----------D, D------------A-----------D, साहिब मेरा इक रखवाला रे साहिब मेरा दीन दयाला रे D------------A-----------D, D------------A-----------D, साहिब मेरे तन पे दुशाला रे साहिब मेरे तन में उजाला रे D---A----D----, D-----Bm---D, Em----A--------, A—Bm--D सब पर तेरी साहेबी , तुझ पर साहिब नाई निराकार निर्गुण तूही, और सकल भरमाई Note (above song can be played easily if played with capo on 2nd fret)